एक भुत कहानी अँधेरी रात


 एक भुत की कहानी अँधेरी रात का भुत

ये कहानी एक छोटे से गांव से शुरू होती है। छोटे से गांव मै रात का नजीरा सबसे अलग होता है जो काली अँधेरी रात का भुत दिखने जैसा होता है ये कहानी उस गांव की है जो भयंकर अंधेरा होता है। आज मै इस पर जबरदस्त कहानी लेकर आया हु।

अँधेरी रात का भुत

उस गांव मै रात का समय हो जाता है, तो सभी  बच्चे बूढ़े लोग अपने अपने घर चले जाते, और छोटे बच्चे अपने अपने घरों मै भुत के डर से मारे चिपकर रहते थे। लेकिन एक बचा बहुत ही साहसी था। एक दिन सभी बच्चो से कहा हम सभी उस भुत की तलाश मे जायँगे। और उस भयंकर अँधेरी रात मे साहसी बच्चा और उसके सभी बच्चे जंगल की ओर बढ़ते है। लेकिन वो साहसी बच्चा उसके दिल डर जैशा लग रहा था, लेकिन सभी बच्चो से कहा हमें डरने की कोई अवश्यकता नहीं है, हमें दुखना है की भुत होता है के नहीं।

कुश समय के बाद घूमते घुमते एक मंदिर के पास पहुंचते है, वहां पर सन्नाटा था लेकिन एक आवाज आहि ओर सभी बच्चे डर जैसा लगा लेकिन उतने मे हीं एक बच्चा देखा ओर सभी बच्चे चौक गए ये क्या, उतने मे सामने से आवाज आहि माँ तभी सभी बच्चे  उसके पास चले गए ओर सभी बच्चों ने सोचा की ये अपनी माँ के तलाश मे है उसकी मदद करनी चाहिए। बच्चे ने उस बच्चे को शांतिपूर्वक उस माँ के पास पंहुचा दिया।


शिक्षा

इसीलिए सभी लोग भुत समझ रहे थे लेकिन वो भुत नहीं था बच्चे ने कर के दिखाया, भुत का डर अपने दिल निकाल देना चाहिए। 

एक टिप्पणी भेजें

और नया पुराने